Category Archives: Vastu

वास्तु का दिशा विचार

वास्तु का दिशा विचार

प्राकृतिक रूप से चार प्रमुख दिशाएं, चार विदिशाएं तथा ऊध्र्व एवं अधी, इस प्रकार दश दिशाएं वास्तु शास्त्र में मानी जाती हैं। प्रत्येक दिशा का अपना-अपना महत्व एवं गुणधर्म निम्नानुसार हैं।

गृह प्रवेश

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बिना दरवाजा लगा, बिना छतवाला, बिना देवताओं को बलि (नैवेद्य) तथा ब्राह्मण-भोजन कराये हुए घर में गृहप्रवेश नहीं करना चाहिये, क्योंकि ऐसा घर विपत्तियोंका घर होता है।

Black Tortoise And Feng-shui | काला कछुआ एवं फेंगशुई

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कछुए की आत्मा दीर्घायु, सहन शक्ति, संघर्ष व निरंतरता का प्रतिनिधित्व करती है। जिस घर में कछुआ होता है, उस घर में परिवार सुखी व संतुष्ट रहता है। Black Tortoise And Feng-shui

वास्तुशास्त्र में कछुए का महत्व

वास्तुशास्त्र में कछुए का महत्व

वास्तु शास्त्र और फेंगशुई दोनों में ही कछुए को बहुत शुभ माना जाता है। कछुए में नेगेटिव एनर्जी को खत्म करके पॉजिटीव एनर्जी बढ़ाने की अद्भुत ताकत मानी जाती है।

कछुआ और वास्तु दोष का निवारण

Tortoise and Vastu dosh solution

कछुआ एक प्रभावशाली यंत्र है, जिससे वास्तु दोष का निवारण होता है और खुशहाली आती है। वास्तु तथा फेंगशुई में स्फटिक निर्मित कछुआ घर में रखना ज्यादा असरकारी माना जाता है।

Tortoise in Vastu Shastra | कछुआ लाता है जीवन में धन और तरक्की

Tortoise in Vastu Shastra

Tortoise in Vastu Shastra – वास्तु के अनुसार भवन में कछुए को उत्तर दिशा में रखने से धन का लाभ और शत्रुओं का नाश होता है।

जानिए सोते समय किस दिशा में रखने चाहिए सिर व पैर

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दक्षिण की ओर पैर करके सोने पर चुम्बकीय धारा पैरों से प्रवेश करेगी है और सिर तक पहुंचेगी. इस चुंबकीय ऊर्जा से मानसिक तनाव बढ़ता है और सवेरे जगने पर मन भारी-भारी रहता है।