सप्तमेश लग्न अथवा सप्तम स्थान में हो तो व्यक्ति परस्त्रियों में लम्पट, दुष्ट, चतुर, धैर्यवान और सदा वातरोग से युक्त होता है।
सप्तमेश लग्न अथवा सप्तम स्थान में हो तो व्यक्ति परस्त्रियों में लम्पट, दुष्ट, चतुर, धैर्यवान और सदा वातरोग से युक्त होता है।