क्या होगा व्यापार, आजीविका विचार

क्या होगा व्यापार, आजीविका विचार

क्या होगा व्यापार (आजीविका विचार)

तृतीय स्थान से आजीविका का भी विचार किया जाता है। किसी-किसी का मत है कि लग्न, चन्द्रमा और सूर्य इन तीनों ग्रहों में से जो अधिक बलवान् हो, उससे दसवें स्थान के नवांशाधिपति के स्वरूप, गुण, धर्मानुसार आजीविका ज्ञात करनी चाहिए।

विचार करने पर दसवें स्थान का नवांशाधिपति सूर्य हो तो डॉक्टरी, वैद्यक से या दवाओ के व्यापार से एवं सोना, मोती, ऊनी वस्त्र, घी, गुड़, चीनी आदि वस्तुओं के व्यापार से जातक आजीविका करता है। ज्योतिष में एक मत यह भी है कि जातक घास, लकड़ी और अनाज का व्यापारी भी उपर्युक्त योग होने से होता है। मुकदमा लड़ने में इसकी अभिरुचि अधिक रहती है।

दसवें स्थान का नवांशाधिपति चन्द्र हो तो शंख, मोती, प्रवाल आदि पदार्थों के व्यापार से मिट्टी के खिलौने, सीमेण्ट, चूना, बालू, ईट आदि के व्यापार से, खेती, शराब की दुकान, तंत्र की दुकान एवं वस्त्र की दुकान से जीविका करता है।

दसवें स्थान का नवांशाधिपति मंगल हो तो मेनसिल, हरताल, सुरमाप्रभृति पदार्थों के व्यापार से बन्दूक, तोप, तलवार के व्यापार से या सैनिक वृत्ति से सुनार, लुहार, बढ़ई, खटीक आदि के पेशे द्वारा एवं बिजली के कारखाने में नौकरी करके अथवा मशीनरी के कार्य द्वारा जातक आजीविका उत्पन्न करता है।

दसवें स्थान का नवांशाधिपति बुध हो तो क्लर्क, लेखक, कवि, चित्रकार, जिल्दसाज, शिक्षक, ज्योतिषी, पुस्तक विक्रेता, यन्त्रनिर्माणकर्ता, सम्पादक, संशोधक, अनुवादक और वकील के पेशे द्वारा जातक आजीविका करता है। मतान्तर से साबुन, अगरबत्ती, पुष्पमालाएँ, कागज के खिलौने आदि बनाने के कार्यों द्वारा जातक आजीविका अर्जन करता है।

दसवें स्थान का नवांशाधिपति गुरु हो तो शिक्षक, अनुष्ठान करनेवाला, धर्मोपदेशक, प्रोफेसर, न्यायाधीश, वकील, बैरिस्टर और मुख्तार आदि के पेशे द्वारा जातक आजीविका करता है। लवण, सुवर्ण एवं खनिज पदार्थों का व्यापारी भी हो सकता है। किसी-किसी का मत है कि हाथी, घोड़ों का व्यापार भी यह जातक करता है।

दसवें स्थान का नवांशाधिपति शुक्र हो तो चाँदी, लोहा, सोना, गाय, भैंस, हाथी, घोड़ा, दूध, दही, गुड़, आलंकारिक वस्तुएँ, सुगन्धित चीजें हीरा, माणिक्य आदि मणियों के व्यापार से जातक आजीविका करता है। मतान्तर से सिनेमा, नाटक आदि में पार्ट खेलने और शराब के व्यापार से भी जातक आजीविका करता है।

दसवें स्थान का नवांशाधिपति शनि हो तो चपरासी, पोस्टमैन, हलकारा तथा जिनको रास्ते में चलना-फिरना पड़े वैसा काम करनेवाला, चोरी, हिंसा, नौकरी आदि द्वारा पेशा करने वाला; प्रेस, खेती, बागवानी मन्दिर में नौकरी और दूत का कार्य करना इत्यादि कार्यो से आजीविका करनेवाला जातक होता है। कुछ लोग दशम स्थान की राशि के स्वभावानुसार आजीविका निर्णय करते हैं।

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