नमक के चमत्कारी उपयोग - 2

कर्ण रोगों में यदि कान दर्द करता हो तो गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर गुनगुना करके कान में डालने से कान का दर्द शीघ्र ही दूर हो जाता है। सेंधा नमक, अदरख का रस और शहद, इन तीनों को तेल में मिलाकर थोड़ा गरम करके कान में डालने से नाक का दर्द दूर हो जाता है। नमक को गेंदे के रस में मिलाकर कान में डालने से कान का दर्द तुरन्त दूर हो जाता है।

नमक के चमत्कारी उपयोग - 2
नमक, स्वास्थय


नमक के चमत्कारी उपयोग

दुखती आँखों के लिये या परिश्रम से थकी आँखों के लिये नमक बहुत अच्छी चीज है। ठंडे पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर आँखों को धोने से बहुत जल्द आराम मिलता है। आँखों में प्रकृतितः बहने वाला पानी भी नमकीन ही होता है । जब आँखों में कोई खराबी होती है तब प्राकृतिक ढंग से बहनेवाला नमकीन पानी आँखों को धोता है। हल्दी और नमक समान भाग मिलाकर और बारीक पीसकर आँखों में आँजने से जाला, फूला और धुन्ध मिटते हैं। नमक एक भाग और मिश्री दो भाग बारीक पीसकर आँखों में आँजने से धुन्ध, जाला, फूली, नाखूना, तथा गबारासब दूर हो जाते हैं।

कर्ण रोगों में यदि कान दर्द करता हो तो गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर गुनगुना करके कान में डालने से कान का दर्द शीघ्र ही दूर हो जाता है। सेंधा नमक, अदरख का रस और शहद, इन तीनों को तेल में मिलाकर थोड़ा गरम करके कान में डालने से नाक का दर्द दूर हो जाता है। नमक को गेंदे के रस में मिलाकर कान में डालने से कान का दर्द तुरन्त दूर हो जाता है।

ज्वर में नमक एक रत्ती और तुलसी की पत्तियों का रस तीन माशा, लेने से प्रत्येक प्रकार के ज्वर में लाभ होता है। सर्दी-जुकाम में-राई के तेल में थोड़ा सा नमक मिलाकर पैरों के तलवों में लगाने से सर्दी-जुकाम में लाभ होता है और नाक में टपकाने से नाक बहना बंद हो जाता है।

दाँत का दर्द-पिसा हुआ नमक एक भाग, सिरका तीन भाग मिलाकर कुल्ला करने से दाँत का दर्द अच्छा हो जाता है और मैली जबान साफ हो जाती है । चोट-चपेट में नमक और मिश्री समान भाग मिलाकर खाने से चोट के दर्द में लाभ होता है। 

मोच पर नमक मिला घी लगाने से वह बहुत जल्द ठीक हो जाता है।