हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती (समृद्धि का प्रतीक)

हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती (समृद्धि का प्रतीक) – हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती धन दोलत के देवताओ मे से एक मानी जाती है। इससे घर मे सम्पन्नता सफलता और आर्थिक समृद्धि आती है।हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती जहा स्थापित की जाती है, वह स्थान बहुत महत्वपुर्ण होता है।

हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती (समृद्धि का प्रतीक)
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हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती (समृद्धि का प्रतीक) – हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती धन दोलत के देवताओ मे से एक मानी जाती है। इससे घर मे सम्पन्नता सफलता और आर्थिक समृद्धि आती है।हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती जहा स्थापित की जाती है, वह स्थान बहुत महत्वपुर्ण होता है।

इसे लगभग 30 की ऊचाई पर मुख्य द्वार से घर मे प्रवेश करने वाली ऊर्जा का अभिन्नदन करती है।

लाफिग बुद्धा जिसके कंधे पर धन की थेली हो को उत्तर-पश्चिम दिशा मे रखने से समस्त घर व परिवार को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

यदि कारणवंश इस स्थान पर यह मूर्ती रखना संभव न हो, तो इसे पास वाली टेबल पर रख सकते है। ताकि तिरछे ही सहीं वह मुख्य द्वार के सामने हो और उसका चेहरा मुख्य द्वार की और हो।हँसते हुए बुद्ध की मुर्ती शयनकक्ष अथवा भोजन कक्ष मे नहीं रखनी चाहिए। सम्पत्ति के देवता की पूजा व आराधना नहीं की जाती, बल्कि इसे सजा कर रखा जाता है , क्योकि इसकी उपस्थिति प्रतिकात्मक और शुभ मानी जाती है।