विभिन्न प्रकार के उपरत्न

विभिन्न प्रकार के उपरत्न

विभिन्न प्रकार के उपरत्न
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विभिन्न प्रकार के उपरत्न

मूल स्टोन : इसे चन्द्रमणि भी कहते हैं । यह मोती का उपरत्न है। इसको पहनने से मानसिक शान्ति मिलती है। 

स्फटिक : यह होरे का उपरत्न है। इसको धारण करने से पुत्र और धन की प्राप्ति होती है। इसमें सरस्वती का वास होता है। 

ओनेक्स : (हरा मरगज) पन्ने का उपरत्न होता है। इसको धारण करने से आखो की रोशनी बढ़ती है। 

गारनेट : (तामड़ा) मूगा, माणिक का उपरत्न है। 

सुनहरा टोपाज : यह पुखराज का उपरत्न है।

एमेथोस : (जामुनिया) का उपरत्न है। 

टाईगर : (पासन) लहसुनिया के नाम से बिकता है ।

ओपल : मोती व हीरे का काम करता है। 

धुनेला : इसे स्मोकिंग टोपाज कहते है। यह एक शक शौकिया पत्थर है। 

ब्लैक स्टार : यह शनि की शान्ति के लिये पहना जाता है। 

फिरोजा : हर मटमैले कलय में होता है। मुसीबत में पड़ा इन्सान इसे पहन लें तो तुरन्त अपना प्रभाव दिखाता है। 

वेरुज : नीले, हरे सफेद रंग का होता है। 

विक्रान्त : तुरमली होरे का उपरत्न है। 

गौदन्ता : मूलस्टोन को कहते हैं। 

लालड़ी : माणिक की जगह पहना जाता है। 

लाजवर्त : शनि का पत्थर है। 

कटहैला : जामुनी रंग का होता है। 

दानाफिरङ्ग : गुर्दे के दर्द में फायदा करता है। 

मारियम : यह बवासीर में फायदा करता है। 

हजरते बेर : सभी प्रकार के दर्दी में फायदा करता है। 

हकीक : मारबल स्टोन, खेल-खिलोने बनाने का एक शुद्ध पत्थर राशि में फायदा करता है। यह कई रंगों में पाया जाता है, इसमें अनेक क्वालिटी होती है, यह सस्ता व मंहगा दोनों प्रकार का होता है।