लालकिताब के प्रचलित व अनुभूत टोटके
जब आम उपाय काम न दें तो घंटों में असर देने वाले यह उपाय काम देंगे।
गुरु के लिए - केसर नाभि या जुबान पर लगाएं या खाएं।
सूर्य के लिए - पानी में गुड़ बहाएं।
चन्द्र के लिए - रात्रि को दूध या पानी का बर्तन सिरहाने रखकर सुबह उठते ही कीकर को डालें।
शनि के लिए - तेल का छाया पात्र करें। शनि खराब हो तो धन की मन्दी हाल में कौवे को रोटी डालें। औलाद की खराब हालत में काले कुत्ते को रोटी डालें।
शुक्र के लिए - गोदान या चरी ज्वार दान करें अथवा गाय को अपने भोजन का भाग दें।
मंगल नेक - मिठाई, मीठा भोजन दान करें या बताशे दरिया में डाले।
मंगल बद - रेवड़ियां पानी में बहाएं-मृगछाला मदद करेगी। मंगल के लिए तन्दूर में मीठी रोटी पका कर लाल कुत्तों को खिलाएं।
बुध के लिए - तांबे के टुकड़े में सुराख करके चलते पानी में बहा दें।
राहू के लिए - मूली दान करें या कोयले दरिया में डालें। रोटी पकाने की जगह में ही बैठकर रोटी खाना राहु के मन्दे प्रभाव से बचाता रहेगा।
केतु के लिए - कुत्ते को रोटियां डालें।
हर उपाय की अवधि 40 या अधिक से अधिक 43 दिन है। कुल की बेहतरी के लिए उपाय की अवधि 40-43 हफ्तेवार करना है. यानि हर आठवें दिन, जो कि हफ्ता है, करना होगा। उपाय बीच में हटना नहीं चाहिए, यानी किसी कारण तोड़ना पड़ जाए तो चावल दूध में धोकर पास रख लें। ऐसा करने से पहले किए का फल निष्फल नहीं होगा। (उपाय के समय चाहे आखिर दिन 39 वें या 40 वें दिन ही भूल जाएं या बंद कर बैठे तो सब किया कराया निष्फल हो जायेगा। नये सिरे से पूरी मियाद तक पूरी करें)।