नीच और शत्रु ग्रह की दशा में परेदश में निवास, वियोग, शत्रुओं से हानि, व्यापार से हानि, दुराग्रह, रोग, विवाद और नाना प्रकार की विपत्तियाँ आती हैं। यदि ये ग्रह सौम्य ग्रहों से युत या दृष्ट हों तो बुरा फल कुछ न्यून रूप में मिलता है।
कछुए की आत्मा दीर्घायु, सहन शक्ति, संघर्ष व निरंतरता का प्रतिनिधित्व करती है। जिस घर में कछुआ होता है, उस घर में परिवार सुखी व संतुष्ट रहता है।
वास्तु शास्त्र और फेंगशुई दोनों में ही कछुए को बहुत शुभ माना जाता है। कछुए में नेगेटिव एनर्जी को खत्म करके पॉजिटीव एनर्जी बढ़ाने की अद्भुत ताकत मानी जाती है।